What type of crime is cybercrime?
इसके तहत इस दुर्घटना से किसी अन्य व्यक्ति/कंपनी आदि को किसी भी प्रकार का नुकसान हुआ है। कंप्यूटर, इंटरनेट, सॉफ्टवेयर आदि जैसे उपकरणों का उपयोग करना जैसे व्यक्तिगत जानकारी की चोरी करना या जानकारी को नष्ट करना, ऑनलाइन बैंक खाते से पैसे चोरी करना, अवैध संगीत फ़ाइलों को डाउनलोड करना आदि।
साइबर अपराध में कंप्यूटर पर वायरस फैलाने या किसी व्यवसाय की निजी जानकारी इंटरनेट पर पोस्ट करने जैसी गतिविधियां भी शामिल हैं। जिसमें पैसों का लेन-देन नहीं होता है।
साइबर क्रिमिनल्स आपकी पर्सनल इनफार्मेशन को एक्सेस करने, बिज़नेस ट्रेंड्स के सीक्रेट्स जानने या अन्य दुर्भावनापूर्ण उदेश्यों के लिए इंटरनेट एंड कंप्यूटर टेक्नोलॉजी का प्रयोग कर सकते है। क्रिमिनल्स जो इस तरह की गैर क़ानूनी एक्टिविटीज को करते है, उन्हे अक्सर हैकर्स कहा जाता है।
साइबर क्राइम में क्राइम करने के लिए कंप्यूटर का प्रयोग किया जाता है, और विक्टिम भी कंप्यूटर ही होता है।
टेक्नोलॉजी का गलत इस्तेमाल करते हुए कसी भी बैंक संबंधी पर्सनल इनफार्मेशन को चुराना, किसी भी जानकारी में फेरबदल करना, किसी की पहचान का गलत इस्तेमाल करना ( जैसे फेसबुक पर कई लोग किसी और की पहचान का प्रयोग करते हुए फेक आईडी बना लेते है ) , ऑनलाइन ठगी करना, आदि सभी कार्य साइबर क्राइम के अंतर्गत आते है।
दुनियाभर में सुरक्षा और जाँच एजेंसियां साइबर अपराधों को बहुत गंभीरता से ले रही है। कंप्यूटर, इंटरनेट, डिजिटल, devices, वर्ल्ड वाइड वेब आदि के जरिये किये जाने वाले अपराधों के लिए छोटे-जुर्माने से लेकर उम्र कैद तक की सजा दी जा सकती है। ऐसे मामलों में सुचना तकनीक कानून 2000 और सुचना तकनीक संसोधित कानून 2008 लागु होते है। अपराध की गंभीरता के आधार पर कुछ मामलों में भारतीय दंड संहिता (Indian Penal Code (IPC )), कॉपीराइट कानून 1957, कंपनी कानून, सरकारी गोपनीयता कानून भी लागू किये जा सकते है।
कुछ मामलों पर भारत सरकार के IT Department की तरफ से अलग से जारी किये गए IT act 2011 भी लागु होते है। कानून में निर्दोष लोगों को साजिस (The Plot) के तहत की गई शिकायतों से सुरक्षित रखने की Reasonable arrangement है। लेकिन कंप्यूटर, दूरसंचार और internet users को हमेशा सतर्क रहना चाहिए कि उनसे जाने-अनजाने में कोई साइबर क्राइम तो नहीं हो रहा है। Technique डिवाइस का use करते समय हमेशा याद रखे कि इलाज से परहेज बेहतर है।
Cyber Crime कई प्रकार का होता है जैसे -
- Personal Information को चुराना -इसको साधारण भाषा में Hacking कहते है। इससे Cyber Criminal आपके computer Network में प्रवेश कर आपकी Personal Information जैसे आपका Net-banking Password, आपके Credit Card की information आदि को चुरा लेते है और उसका misuse करते है, इसी का दूसरा रूप होता है Phishing, जिसमें आपको Fake Email आदि Send करके ठगा जा सकता है।
- Virus फैलाना - Cyber Criminal कुछ ऐसे Software आपके computer पर भेजते है जिसमें Virus छिपे हो सकते हैं इनमें Virus , Worms , Trojan Horse , Logic Horse , आदि Virus शामिल हैं। यह Victim के कंप्यूटर को काफी नुकसान पंहुचा सकता है।
- Software Piracy-नकली software तैयार कर सस्ते दामों में बेचना भी Cyber Crime के अंतर्गत आता हैं। इससे software companies को भारी नुकसान उठाना पड़ता हैं। साथ ही साथ Victim के कीमती Device भी Slow हो जाते हैं।
- Fake Bank Call - इसमें attacker आपको fake email, Message या Phone Call के द्वारा यह अहसास है कि यह email / message / call आपके बैंक से ही आया है। इसमें victim से ज्यादातर यह पूछा जाता है कि आपके ATM No. और Password की आवश्यकता हैं। और यदि आपके द्वारा यह जानकारी नहीं दी गयी तो आपका account block या बंद कर दिया जायेगा। या इस link पर तुरंत सुचना दें। याद रखें किसी भी bank द्वारा ऐसी जानकारी कभी भी इस तरह से नहीं मांगी जाती है। और भूल कर भी अपनी किसी भी इस type Information को internet या phone कॉल या Message के माध्यम से नहीं बताये।
- Social Networking Sites पर अफवाह फैलाना -बहुत से लोग social networking sites पर सामाजिक, वैचारिक, धार्मिक और राजनैतिक अफवाह फ़ैलाने का काम करते हैं, लेकिन Victims उनके इरादे समझ नहीं पते हैं और जाने अनजाने में ऐसे links को share करते रहते हैं, लेकिन यह भी Cyber crime की श्रेणी में ही आता हैं।
- Cyber Booling - Facebok जैसी Social Networking पर dirty Comment करना, Internet पर धमकियाँ देना, किसी का उस स्तर तक मज़ाक बनाना कि वह तंग हो जाये, internet पर दूसरों के सामने शर्मिंदा करना cyber booling के अंतर्गत आता हैं। Blue Whale Game भी इसी category में आते हैं।
ER. HACKERS
ER.PRADEEP PANWAR
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